इस साल रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त मिलने वाला है, जो बहुत ही शुभ माना जा रहा है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि राखी बांधने की शुभ घड़ी कब से शुरू होगी, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए ही है। हम यहां आपको बताएंगे कि रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त किस समय से शुरू होकर कब तक रहेगा, भद्रा काल कब तक रहेगा और राखी बांधने के सही नियम क्या हैं।
इस पोस्ट में हम सरल भाषा में पूरा शेड्यूल, टाइम टेबल और ज़रूरी बातों को कवर कर रहे हैं ताकि आप अपने भाई के साथ ये त्योहार पूरे शुभ मुहूर्त में मना सकें।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: तारीख और दिन
इस साल रक्षाबंधन 2025 में 13 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। खास बात ये है कि इस दिन भद्रा काल सुबह जल्दी समाप्त हो जाएगा, जिससे राखी बांधने की शुभ घड़ी सुबह से ही शुरू हो जाएगी।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: जानिए सही समय
नीचे दिए गए टेबल में आप रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त और भद्रा काल का पूरा विवरण देख सकते हैं:
विवरण | समय |
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रक्षाबंधन की तिथि | 13 अगस्त 2025 (बुधवार) |
पूर्णिमा तिथि शुरू | 12 अगस्त 2025 रात 11:42 बजे |
पूर्णिमा तिथि समाप्त | 13 अगस्त 2025 रात 09:12 बजे |
भद्रा काल समाप्त | 13 अगस्त 2025 सुबह 05:40 बजे |
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त | 13 अगस्त सुबह 05:40 से दोपहर 01:10 बजे तक |
कुल शुभ मुहूर्त अवधि | 7 घंटे 30 मिनट |
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त क्यों है खास?
बहुत बार ऐसा होता है कि रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल बीच में पड़ता है, जिसकी वजह से लोग उलझन में रहते हैं कि राखी कब बांधें। लेकिन इस बार रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त बिल्कुल स्पष्ट है और भद्रा काल सुबह 5:40 बजे से पहले ही खत्म हो रहा है। यानी आप सुबह जल्दी उठकर अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: पूजा विधि और जरूरी बातें
राखी बांधने से पहले छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने से त्योहार का महत्व और बढ़ जाता है। आइए जानते हैं:
- भाई को पूर्व दिशा की ओर बैठाएं।
- थाली में रोली, चावल, दीपक और मिठाई रखें।
- भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले तिलक लगाएं।
- राखी बांधते वक्त मन में शुभ कामनाएं करें और भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना करें।
- अंत में मिठाई खिलाएं और भाई से उपहार लें।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: क्या है भद्रा काल का महत्व?
भद्रा काल को अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस काल में कोई भी शुभ कार्य, जैसे कि राखी बांधना, नहीं किया जाता। यही कारण है कि रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त इस साल खास हो जाता है क्योंकि भद्रा काल सुबह जल्दी समाप्त हो रहा है।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: किन बातों से बचें?
- भद्रा काल में राखी बिल्कुल न बांधें।
- काले कपड़े पहनने से बचें।
- राखी बांधते वक्त मोबाइल फोन या अन्य ध्यान भटकाने वाली चीज़ें दूर रखें।
- पूजा में बिना स्नान किए शामिल न हों।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: भाई-बहन के रिश्ते का जश्न
ये त्योहार सिर्फ राखी बांधने का नहीं, बल्कि भावनाओं, विश्वास और प्रेम का प्रतीक है। रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त इस बात का अवसर है कि आप अपने रिश्ते को और मजबूत करें। एक छोटा सा धागा भी भाई-बहन के बीच अटूट बंधन का सबूत होता है।
रक्षाबंधन पर साढ़े 7 घंटे का मुहूर्त: इंटरनेट पर जानकारी कहां मिलेगी?
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